अंजू वर्मा, सीधी
Breaking: सीधी। मध्य प्रदेश के समस्त जिलों के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को जिन्हें औपचारिक रूप से शिक्षा प्राप्त नहीं हो पाई है और वे अपनी उम्र पार कर चुके हैं, ऐसे लोगों की निरक्षरता उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों के अनुसार नवभारत साक्षरता कार्यक्रम वर्ष 2022 से 2027 तक के लिए चलाया जा रहा है।
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Sidhi News: सीधी जिले के जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत सन 2023 में मार्च एवं सितंबर के साथ ही मार्च 2024 में साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा को आयोजित किया जा चुका है। और अब 22 सितंबर 2024 को परीक्षा आयोजित करने का लक्ष्य तय किया गया है। 22 सितंबर को आयोजित होने वाली इस परीक्षा में विकासखंडवार लक्ष्य रखा गया है, जो कि सीधी में 10431, सिहावल में 7080, रामपुर नैकिन में 6782, मझौली में 4303 और कुसमी में 2048 रखा गया है।
Sidhi News: इस मूल्यांकन परीक्षा में वे नव साक्षर व्यक्ति शामिल होंगे जो एन. आई. एल. पी. एप के माध्यम से ऑनलाइन सर्वे के माध्यम से चिह्नित किए गए हैं। और राज्य शिक्षा केन्द्र के द्वारा बनाई गई उल्लास अक्षर पोथी प्रवेशिका की सहायता से अध्ययन कर चुके हैं। और साक्षरता मिशन के अंतर्गत संचालित होने वाली कक्षाओं के वह सभी शिक्षार्थी जिन्होंने प्रवेशिका को पूर्ण करते हुए अंतरिम मूल्यांकन में सफलता प्राप्त की है तथा उसका प्रमाणीकरण नहीं किया जा सका है; वह भी इस मूल्यांकन परीक्षा में सम्मिलित होने के पात्र हैं। जो लोग पूर्व में शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं एवं उनके पास किसी भी प्रकार का प्रमाणीकरण उपलब्ध नहीं है, वह भी इस परीक्षा में सम्मिलित होकर इसका लाभ उठा सकते हैं।
Sidhi News: असाक्षरों को पढ़ाने के लिए ‘इच वन टीच वन’ का सिद्धांत बनाया गया है। इसमें डाइट के छात्राध्यापकों और विद्यालय के छात्रों की सहायता ली गई है और इन्हें भी इस परीक्षा में सम्मिलित किया जाएगा। ऐसे असाक्षर व्यक्ति जिनमें यूनेस्को की परिभाषा के अनुसार “मुदित अथवा लिखित सामग्री का प्रयोग करने, पहचान करने, व्याख्या करने, गणना करने समझने एवं संवाद करने की क्षमता नहीं है।” उन्हें भी साक्षरता कक्षा में शामिल करके इस परीक्षा में सम्मिलित किया जाना सुनिश्चित हुआ है।
Breaking: इस परीक्षा के लिए सभी शासकीय विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था एवं परीक्षा के लिए केन्द्राध्यक्ष नियुक्त किए गए। परीक्षा सुबह 10:00 से शाम 5:00 तक आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में नव साक्षर व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार शामिल हो सकेंगे। परीक्षा के उपरांत मूल्यांकन करने का कार्य विद्यालय में परीक्षा केंद्र के स्तर पर शिक्षकों द्वारा किया जाना सुनिश्चित हुआ है। पढ़ना, लिखना एवं बुनियादी संख्यात्मकता के लिए 50-50 अंक निर्धारित हैं। नवसाक्षरों के द्वारा किसी भी विषय खंड में 33% से कम अंक प्राप्त करने पर उन्हें नीड टू इंप्रूवमेंट के अंतर्गत शामिल कर आगामी परीक्षाओं में पुनः से सम्मिलित किया जाएगा।
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Breaking: परीक्षा परिणाम की डाटा एंट्री राज्य शिक्षा केंद्र के पोर्टल पर शाला प्रभारी के रूप में पदस्थ शिक्षक की यूनिक आईडी एवं पासवर्ड के माध्यम से किया जाना सुनिश्चित हुआ है। प्रत्येक नव साक्षर की समग्र आईडी के माध्यम से डाटा एंट्री होगी। परीक्षा को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने पर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयीन शिक्षा संस्थान (एन. आई. ओ. एस.) के माध्यम से प्रमाण पत्र जारी करते हुए सभी पात्र हितग्राही परीक्षार्थियों को प्रदान किया जाएगा। जिससे कि वे अपना भविष्य उज्ज्वल बनाने में सफल हो सकें।
सीधी से अंजू वर्मा की ब्यूरो रिपोर्ट….